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जादुई तोता और रामेश्वर | Hindi Moral Stories | Stories For Kids |
किशनगढ़ नामक एक छोटे से गांव में रामेश्वर नाम का एक गरीब व्यक्ति था! वह अपने छोटे से परिवार के साथ रहता था! उसके परिवार में उसकी पत्नी “रमा” और एकलौता बेटा “पिंकू” था! गांव के पास में एक जंगल था जहां एक पेड़ पर गुनगुन नाम का तोता रहता था! गुनगुन किस्मत का बहुत धनी था वह जहां भी जाता उस जगह किसी चीज की कोई कमी नहीं रहती!
एक दिन की बात है गुनगुन तोता भोजन की तलाश में उड़ते हुए उस गरीब परिवार के घर जा पहुंचा! घर के अंदर देखा तो एक जगह है हरी मिर्च पड़ी थी गुनगुन बोला- “अरे वाह मेरी मनपसंद चीज! आज तो अच्छा भोजन मिला है मैं भरपेट खाना खाऊंगा!”
और गुनगुन तोता हरी मिर्च खाने लगा! तभी रामेश्वर की पत्नी रमा कमरे में आ गई और वह गुनगुन को मिर्च खाता देख लेती है! वह गुस्से से तोते को वहां से भगा देती है! तोता घर के किसी कोने में छिप जाता है और वही रहता है! धीरे धीरे वह परिवार खुशहाल होने लगता है और घर में सभी आवश्यक चीजें आने लगती है!
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Jadui Tota Hindi Kahani | Stories For Kids |
एक दिन तोता रसोई में भोजन खा रहा था उसे हरी मिर्च बहुत पसंद थी! तभी रामेश्वर रसोई घर में आ गया ! उसने गुस्से से गुनगुन तोते को देखा और बोला- “जा, बाहर निकल, यहां क्या कर रहा है!”
और यह कहते हुए उसने तोते को वहां से भगा दिया! उस दिन गुनगुन रामेश्वर के घर से वापस जंगल की ओर चला गया! उसके जाते ही उनके घर में आई बरकत धीरे-धीरे कम होती जाती है! उन्हें बहुत सारा घाटा होता है! रामेश्वर का परिवार वापस पहले जितना गरीब हो गया!
रामेश्वर कहता है- यह क्या हो रहा है अचानक हमारा घर इतना कैसे बदल गया! और धन,धन की कमी कैसे होने लगी! और सारा परिवार यह सोचने लगता है कि भगवान उनपर रूठ गए है और हमें वापस ग़रीब बना दिया है! कुछ दिन सोमेश्वर के परिवार का हाल ऐसा ही रहा!
एक दिन फिर गुनगुन हरी मिर्च खाने रामेश्वर के घर आ गया और वह अपने खाने लगा! सभी रामेश्वर तोते को देख उससे कहता है- “यह तोता बार बार हमारे घर ही क्यों आता है पहले से हम इतना परेशान है और ऊपर से यह! चल उड़,भाग यहां से!”
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Jadui Tota Or Rameshawar Hindi Kahani |
यह कहकर तोते को भगा देता है अब तोता घर के किसी कोने में छिप जाता है! अब धीरे-धीरे रामेश्वर वापस अमीर होने लगा! एक दिन गुनगुन से घर में घुसा और बहुत सारे फल देखकर उन्हें खाने लगा!
तभी उसे रामेश्वर की पत्नी राम ने देख लिया उसने उसी दिन रात को एक पिंजरा रसोई घर में लगा दिया!
अब यह सब गुनगुन तोते को पता नहीं था वह रात के वक्त रसोई में गया और मिर्च पिंजरे में रखी देखकर खाने लगा तभी वह पिंजरे में कैद हो गया!
“अरे मैं तो फस गया, निकालो मुझे, कोई तो बाहर निकालो”
और रात निकल गई अगले दिन रामेश्वर ने तोते को घर से बाहर निकाल दिया! और कुछ ही दिनों में रामेश्वर के घर में हर प्रकार की कमी होने लगी और उसका पूरा परिवार बहुत दुखी था! किसी को कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि ऐसा क्यों हो रहा है!
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Magical Parrot And Rameshwar – जादुई तोता और रामेश्वर |
तभी रामेश्वर ने सोचा-”गुनगुन तोता जब घर आता है तो खुशहाली आती है और जब उसे बाहर निकाल देते हैं तो पैसों की कमी हो जाती है! कही यह जादुई तोता तो नहीं! हां लगता है वह जादुई तोता ही था!”
अब रामेश्वर का परिवार गुनगुन का इंतजार करते रहा हूं पर वह तोता फिर कभी नहीं आया! और वह लोग उसके इंतजार में पछताते रहे!
तो बच्चों इस कहानी से हमें शिक्षा मिलती है की हमें कुछ चीजों की अहमियत तब पता चलती है जब हम उन्हें खो देते हैं!