(गुलज़ार शायरी) Gulzar Shayari,Quotes In Hindi
कुछ अलग करना हो तो
भीड़ से हट के चलिए,
भीड़ साहस तो देती हैं
मगर पहचान छिन लेती हैं
-Gulzar Sahab
आँखों से आँसुओं के मरासिम पुराने हैं
मेहमाँ ये घर में आएँ तो चुभता नहीं धुआँ
-Gulzar Sahab
यूँ भी इक बार तो होता कि समुंदर बहता
कोई एहसास तो दरिया की अना का होता
-Gulzar Sahab
Gulzar Shayari In Hindi

अच्छी किताबें और अच्छे लोग
तुरंत समझ में नहीं आते हैं,
उन्हें पढना पड़ता हैं
-Gulzar Sahab
आप के बाद हर घड़ी हम ने
आप के साथ ही गुज़ारी है
-Gulzar Sahab
Gulzar Love Shayari
दिन कुछ ऐसे गुज़ारता है कोई
जैसे एहसान उतारता है कोई
-Gulzar Sahab
इतना क्यों सिखाई जा रही हो जिंदगी
हमें कौन से सदिया गुजारनी है यहां
Gulzar Sahab
आइना देख कर तसल्ली हुई
हम को इस घर में जानता है कोई
-Gulzar Sahab
Gulzar Shayari On Life In Hindi

आज हर ख़ामोशी को मिटा देने का मन है
जो भी छिपा रखा है मन में लूटा देने का मन है..
-Gulzar Sahab
थोड़ा सा रफू करके देखिए ना
फिर से नई सी लगेगी
जिंदगी ही तो है
Gulzar Sahab
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Gulzar Shayari In Hindi Font

मैं वो क्यों बनु जो तुम्हें चाहिए
तुम्हें वो कबूल क्यों नहीं
जो मैं हूं
Gulzar Sahab
तुम्हारी ख़ुश्क सी आँखें भली नहीं लगतीं
वो सारी चीज़ें जो तुम को रुलाएँ, भेजी हैं
-Gulzar Sahab
बहुत छाले हैं उसके पैरों में
कमबख्त उसूलो पर चल होगा
-Gulzar Sahab
Shayari Of Gulzar
सुनो…
जब कभी देख लुं तुमको
तो मुझे महसूस होता है कि
दुनिया खूबसूरत है
-Gulzar Sahab
मैं दिया हूँ
मेरी दुश्मनी तो सिर्फ अँधेरे से हैं
हवा तो बेवजह ही मेरे खिलाफ हैं
-Gulzar Sahab
Gulzar Shayari On Life In Hindi

बहुत अंदर तक जला देती हैं,
वो शिकायते जो बया नहीं होती
Gulzar Sahab
एक सपने के टूटकर चकनाचूर हो जाने के बाद
दूसरा सपना देखने के हौसले का नाम जिंदगी हैं
-Gulzar Sahab
Zindagi Gulzar Hai Shayari
घर में अपनों से उतना ही रूठो
कि आपकी बात और दूसरों की इज्जत,
दोनों बरक़रार रह सके
Gulzar Sahab
कौन कहता हैं कि हम झूठ नहीं बोलते
एक बार खैरियत तो पूछ के देखियें
-Gulzar Sahab
Gulzar Shayari Hindi
कुछ बातें तब तक समझ में नहीं आती
जब तक ख़ुद पर ना गुजरे
Gulzar Sahab
शायर बनना बहुत आसान हैं
बस एक अधूरी मोहब्बत की मुकम्मल डिग्री चाहिए
-Gulzar Sahab
गुलज़ार शायरी | Gulzar Shayari Sad

ज्यादा कुछ नहीं बदलता उम्र के साथ
बस बचपन की जिद्द समझौतों में बदल जाती हैं
-Gulzar Sahab
बचपन में भरी दुपहरी में नाप आते थे पूरा मोहल्ला
जब से डिग्रियां समझ में आयी पांव जलने लगे हैं
Gulzar Sahab
Gulzar Shayari On Zindagi
कुछ जख्मो की उम्र नहीं होती हैं
ताउम्र साथ चलते हैं, जिस्मो के ख़ाक होने तक
-Gulzar Sahab
हम तो समझे थे कि हम भूल गए हैं उनको
क्या हुआ आज ये किस बात पे रोना आया
Gulzar Sahab
Zindagi Gulzar Hai Quotes
कभी जिंदगी एक पल में गुजर जाती हैं
और कभी जिंदगी का एक पल नहीं गुजरता
-Gulzar Sahab
Gulzar Shayari | गुलज़ार साहब की शायरी कोट्स

समेट लो इन नाजुक पलो को
ना जाने ये लम्हे हो ना हो
हो भी ये लम्हे क्या मालूम शामिल
उन पलो में हम हो ना हो
कुछ अलग करना हो तो
भीड़ से हट के चलिए,
भीड़ साहस तो देती हैं
मगर पहचान छिन लेती हैं
-Gulzar Sahab
आँखों से आँसुओं के मरासिम पुराने हैं
मेहमाँ ये घर में आएँ तो चुभता नहीं धुआँ
-Gulzar Sahab
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Gulzar Shayari Romantic
यूँ भी इक बार तो होता कि समुंदर बहता
कोई एहसास तो दरिया की अना का होता
-Gulzar Sahab
अच्छी किताबें और अच्छे लोग
तुरंत समझ में नहीं आते हैं,
उन्हें पढना पड़ता हैं
-Gulzar Sahab
आप के बाद हर घड़ी हम ने
आप के साथ ही गुज़ारी है
-Gulzar Sahab
Gulzar Shayari Quoteshindi
दिन कुछ ऐसे गुज़ारता है कोई
जैसे एहसान उतारता है कोई
-Gulzar Sahab
इतना क्यों सिखाई जा रही हो जिंदगी
हमें कौन से सदिया गुजारनी है यहां
Gulzar Sahab
Gulzar Shayari In Hindi 2 Lines | two line shayari

आइना देख कर तसल्ली हुई
हम को इस घर में जानता है कोई
-Gulzar Sahab
आज हर ख़ामोशी को मिटा देने का मन है
जो भी छिपा रखा है मन में लूटा देने का मन है..
-Gulzar Sahab
थोड़ा सा रफू करके देखिए ना
फिर से नई सी लगेगी
जिंदगी ही तो है
Gulzar Sahab
Two Line Gulzar Shayari
मैं वो क्यों बनु जो तुम्हें चाहिए
तुम्हें वो कबूल क्यों नहीं
जो मैं हूं
Gulzar Sahab
तुम्हारी ख़ुश्क सी आँखें भली नहीं लगतीं
वो सारी चीज़ें जो तुम को रुलाएँ, भेजी हैं
-Gulzar Sahab
बहुत छाले हैं उसके पैरों में
कमबख्त उसूलो पर चल होगा
-Gulzar Sahab
Gulzar Shayari Images
सुनो…
जब कभी देख लुं तुमको
तो मुझे महसूस होता है कि
दुनिया खूबसूरत है
-Gulzar Sahab
मैं दिया हूँ
मेरी दुश्मनी तो सिर्फ अँधेरे से हैं
हवा तो बेवजह ही मेरे खिलाफ हैं
-Gulzar Sahab
बहुत अंदर तक जला देती हैं,
वो शिकायते जो बया नहीं होती
Gulzar Sahab
Gulzar Ki Shayari
एक सपने के टूटकर चकनाचूर हो जाने के बाद
दूसरा सपना देखने के हौसले का नाम जिंदगी हैं
-Gulzar Sahab
घर में अपनों से उतना ही रूठो
कि आपकी बात और दूसरों की इज्जत,
दोनों बरक़रार रह सके
Gulzar Sahab
कौन कहता हैं कि हम झूठ नहीं बोलते
एक बार खैरियत तो पूछ के देखियें
-Gulzar Sahab
Shayari Gulzar
कुछ बातें तब तक समझ में नहीं आती
जब तक ख़ुद पर ना गुजरे
Gulzar Sahab
शायर बनना बहुत आसान हैं
बस एक अधूरी मोहब्बत की मुकम्मल डिग्री चाहिए
-Gulzar Sahab
ज्यादा कुछ नहीं बदलता उम्र के साथ
बस बचपन की जिद्द समझौतों में बदल जाती हैं
-Gulzar Sahab
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Gulzar Shayari On Life
बचपन में भरी दुपहरी में नाप आते थे पूरा मोहल्ला
जब से डिग्रियां समझ में आयी पांव जलने लगे हैं
Gulzar Sahab
कुछ जख्मो की उम्र नहीं होती हैं
ताउम्र साथ चलते हैं, जिस्मो के ख़ाक होने तक
-Gulzar Sahab
हम तो समझे थे कि हम भूल गए हैं उनको
क्या हुआ आज ये किस बात पे रोना आया
Gulzar Sahab
Gulzar Shayari On Love
कभी जिंदगी एक पल में गुजर जाती हैं
और कभी जिंदगी का एक पल नहीं गुजरता
-Gulzar Sahab
समेट लो इन नाजुक पलो को
ना जाने ये लम्हे हो ना हो
हो भी ये लम्हे क्या मालूम शामिल
उन पलो में हम हो ना हो
Shayari By Gulzar
कुछ अलग करना हो तो
भीड़ से हट के चलिए,
भीड़ साहस तो देती हैं
मगर पहचान छिन लेती हैं
-Gulzar Sahab
आँखों से आँसुओं के मरासिम पुराने हैं
मेहमाँ ये घर में आएँ तो चुभता नहीं धुआँ
-Gulzar Sahab
थोड़ा सा रफू करके देखिए ना
फिर से नई सी लगेगी
जिंदगी ही तो है
Gulzar Sahab.
Gulzar Shayari On Zindagi
मैं वो क्यों बनु जो तुम्हें चाहिए
तुम्हें वो कबूल क्यों नहीं
जो मैं हूं
Gulzar Sahab
तुम्हारी ख़ुश्क सी आँखें भली नहीं लगतीं
वो सारी चीज़ें जो तुम को रुलाएँ, भेजी हैं
-Gulzar Sahab
बहुत छाले हैं उसके पैरों में
कमबख्त उसूलो पर चल होगा
-Gulzar Sahab
Gulzar Shayari On Yaadein
सुनो…
जब कभी देख लुं तुमको
तो मुझे महसूस होता है कि
दुनिया खूबसूरत है
-Gulzar Sahab
मैं दिया हूँ
मेरी दुश्मनी तो सिर्फ अँधेरे से हैं
हवा तो बेवजह ही मेरे खिलाफ हैं
-Gulzar Sahab
बहुत अंदर तक जला देती हैं,
वो शिकायते जो बया नहीं होती
Gulzar Sahab
एक सपने के टूटकर चकनाचूर हो जाने के बाद
दूसरा सपना देखने के हौसले का नाम जिंदगी हैं
-Gulzar Sahab
घर में अपनों से उतना ही रूठो
कि आपकी बात और दूसरों की इज्जत,
दोनों बरक़रार रह सके
Gulzar Sahab
कौन कहता हैं कि हम झूठ नहीं बोलते
एक बार खैरियत तो पूछ के देखियें
-Gulzar Sahab
कुछ बातें तब तक समझ में नहीं आती
जब तक ख़ुद पर ना गुजरे
Gulzar Sahab
Gulzar Shayari On Eyes
शायर बनना बहुत आसान हैं
बस एक अधूरी मोहब्बत की मुकम्मल डिग्री चाहिए
-Gulzar Sahab
ज्यादा कुछ नहीं बदलता उम्र के साथ
बस बचपन की जिद्द समझौतों में बदल जाती हैं
-Gulzar Sahab
बचपन में भरी दुपहरी में नाप आते थे पूरा मोहल्ला
जब से डिग्रियां समझ में आयी पांव जलने लगे हैं
Gulzar Sahab
Gulzar quotes In Hindi
कुछ जख्मो की उम्र नहीं होती हैं
ताउम्र साथ चलते हैं, जिस्मो के ख़ाक होने तक
-Gulzar Sahab
हम तो समझे थे कि हम भूल गए हैं उनको
क्या हुआ आज ये किस बात पे रोना आया
Gulzar Sahab
कभी जिंदगी एक पल में गुजर जाती हैं
और कभी जिंदगी का एक पल नहीं गुजरता
-Gulzar Sahab
Gulzar Sahab Quotes Status In HIndi
समेट लो इन नाजुक पलो को
ना जाने ये लम्हे हो ना हो
हो भी ये लम्हे क्या मालूम शामिल
उन पलो में हम हो ना हो
कुछ अलग करना हो तो
भीड़ से हट के चलिए,
भीड़ साहस तो देती हैं
मगर पहचान छिन लेती हैं
-Gulzar Sahab
Gulzar shayari quotes Hindi
आँखों से आँसुओं के मरासिम पुराने हैं
मेहमाँ ये घर में आएँ तो चुभता नहीं धुआँ
-Gulzar Sahab
यूँ भी इक बार तो होता कि समुंदर बहता
कोई एहसास तो दरिया की अना का होता
-Gulzar Sahab
अच्छी किताबें और अच्छे लोग
तुरंत समझ में नहीं आते हैं,
उन्हें पढना पड़ता हैं
-Gulzar Sahab
गुलज़ार शायरी
आप के बाद हर घड़ी हम ने
आप के साथ ही गुज़ारी है
-Gulzar Sahab
दिन कुछ ऐसे गुज़ारता है कोई
जैसे एहसान उतारता है कोई
-Gulzar Sahab
कोट्स ऑफ़ गुलज़ार
इतना क्यों सिखाई जा रही हो जिंदगी
हमें कौन से सदिया गुजारनी है यहां
Gulzar Sahab
बहुत छाले हैं उसके पैरों में
कमबख्त उसूलो पर चल होगा
-Gulzar Sahab
गुलज़ार साहब के कोट्स
सुनो…
जब कभी देख लुं तुमको
तो मुझे महसूस होता है कि
दुनिया खूबसूरत है
-Gulzar Sahab
मैं दिया हूँ
मेरी दुश्मनी तो सिर्फ अँधेरे से हैं
हवा तो बेवजह ही मेरे खिलाफ हैं
-Gulzar Sahab
उसने कागज की कई कश्तिया पानी उतारी और
ये कह के बहा दी कि समन्दर में मिलेंगे
-Gulzar Sahab
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गुलज़ार शायरी हिंदी मे
तुझे पहचानूंगा कैसे? तुझे देखा ही नहीं
ढूँढा करता हूं तुम्हें अपने चेहरे में ही कहीं
-Gulzar Sahab
लोग कहते हैं मेरी आँखें मेरी माँ सी हैं
यूं तो लबरेज़ हैं पानी से मगर प्यासी हैं
-Gulzar Sahab
कभी जिंदगी एक पल में गुजर जाती हैं
और कभी जिंदगी का एक पल नहीं गुजरता
-Gulzar Sahab
समेट लो इन नाजुक पलो को
ना जाने ये लम्हे हो ना हो
हो भी ये लम्हे क्या मालूम शामिल
उन पलो में हम हो ना हो
Gulzar Sahab
Gulzar shayari quotes Status In HIndi
उसने कागज की कई कश्तिया पानी उतारी और
ये कह के बहा दी कि समन्दर में मिलेंगे
-Gulzar Sahab
तुझे पहचानूंगा कैसे? तुझे देखा ही नहीं
ढूँढा करता हूं तुम्हें अपने चेहरे में ही कहीं
-Gulzar Sahab
लोग कहते हैं मेरी आँखें मेरी माँ सी हैं
यूं तो लबरेज़ हैं पानी से मगर प्यासी हैं
-Gulzar Sahab
Gulzar Shayari images In Hindi
उसने कागज की कई कश्तिया पानी उतारी और
ये कह के बहा दी कि समन्दर में मिलेंगे
-Gulzar Sahab
तुझे पहचानूंगा कैसे? तुझे देखा ही नहीं
ढूँढा करता हूं तुम्हें अपने चेहरे में ही कहीं
-Gulzar Sahab
लोग कहते हैं मेरी आँखें मेरी माँ सी हैं
यूं तो लबरेज़ हैं पानी से मगर प्यासी हैं
-Gulzar Sahab
उसने कागज की कई कश्तिया पानी उतारी और
ये कह के बहा दी कि समन्दर में मिलेंगे
-Gulzar Sahab
तुझे पहचानूंगा कैसे? तुझे देखा ही नहीं
ढूँढा करता हूं तुम्हें अपने चेहरे में ही कहीं
-Gulzar Sahab
लोग कहते हैं मेरी आँखें मेरी माँ सी हैं
यूं तो लबरेज़ हैं पानी से मगर प्यासी हैं
-Gulzar Sahab
Gulzar Best Shayari Quotes
उसने कागज की कई कश्तिया पानी उतारी और
ये कह के बहा दी कि समन्दर में मिलेंगे
-Gulzar Sahab
तुझे पहचानूंगा कैसे? तुझे देखा ही नहीं
ढूँढा करता हूं तुम्हें अपने चेहरे में ही कहीं
-Gulzar Sahab
लोग कहते हैं मेरी आँखें मेरी माँ सी हैं
यूं तो लबरेज़ हैं पानी से मगर प्यासी हैं
-Gulzar Sahab
Thankyou..